ऋषिकेश तहसील की सील लगी होने के बावजूद भी चल रहा है निर्माण कार्य। क्षेत्रीय पार्षद प्रभाकर शर्मा आए खुलकर विरोध में।
तीर्थनगरी में नेताजी सत्ता में आकर सब भूल जाते हैं, यहां पहले भी धर्मशालाएं लुट रही थी और आज भी बेधड़क बिकने की कगार पर है पर मजाल है कि कोई चूं भी हो जाए।इसी तरह ऋषिकेश के मनीराम रोड़ पर क्षेत्र की जानी मानी विधवा आश्रम पर भू माफियाओं की गिद्ध दृष्टि की शिकायतें स्थानीय स्तर पर आ रही है।
ताज्जुब कि आश्रम संचालक कोई ओर नहीं ऋषिकेश नगर पालिका के पूर्व सभासद रजनीश सेठी हैं, जिनपर आश्रम के इस हिस्से पर दुकानों का निर्माण करवाकर बेचने के गंभीर आरोप लग चुके हैं। इसी तरह इनपर एक दुकान की पहले भी बिक्री करने की बात हमारी पुरानी खबर में उठ चुकी है।
इस सम्बंध में स्थानीय पार्षद प्रभाकर शर्मा भी तहसील प्रशासन की निर्माण कर्ताओं से मिलीभगत की शंका भी जाहिर कर रहे हैं।
ऐसे में वर्तमान सत्ताधारियों पर भी उंगली उठ रही है कि जैसे पहले आश्रमों के लूटने की खबर आती थी, आजभी वैसी खबरें आम हैं।
